काजू पैकिंग के नाम पर रोजगार देने की आड़ में फर्जीवाड़े की आशंका, उपायुक्त ने जांच के आदेश दिया

उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने जांच का आदेश जारी किया
रांची: काजू पैकिंग के नाम पर रोजगार देने का दावा करने वाले मामले में की संभावना को देखते हुए रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने जांच का आदेश जारी किया है। यह मामला उस वक्त सामने आया जब एक संगठन, चांदूर बंधु मिलन कल्याण कमेटी, द्वारा रांची के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को रोजगार देने की बात कही गई। उपायुक्त ने इस संबंध में महिलाओं और आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी है।
महत्वपूर्ण दस्तावेजों को साझा करने से बचने की अपील
उपायुक्त ने जोर देकर कहा है कि आधार कार्ड, पैन कार्ड, और बैंक डिटेल जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों को सार्वजनिक करने से बचा जाए। इसके अलावा, किसी भी प्रकार के पैसे के लेन-देन में पूरी सतर्कता बरतने की अपील की गई है। उन्होंने नागरिकों से आग्रह किया है कि यदि उन्हें इस तरह की किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलती है तो तुरंत जिला प्रशासन को सूचित करें।
गौशाला मैदान में जनसभा और संदिग्ध पत्र
जानकारी के अनुसार, चांदूर बंधु मिलन कल्याण कमेटी ने 7 जनवरी 2025 को कांके के गौशाला मैदान में एक जनसभा आयोजित की थी। इस दौरान महिलाओं को रोजगार देने का वादा करते हुए उनके दस्तावेज मांगे गए। समिति ने अपने पत्र में रजिस्ट्रेशन नंबर S/1L/2025 का उल्लेख किया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में इस पत्र में कई अशुद्धियां पाई गई हैं।
जांच और कानूनी कार्रवाई का निर्देश
इस मामले की जांच के लिए उपायुक्त ने श्रम अधीक्षक, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, और झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) के अधिकारियों को निर्देशित किया है। जांच में अगर मामला फर्जी पाया जाता है, तो संबंधित समिति के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
रोजगार के नाम पर धोखाधड़ी की आशंका
महिलाओं को काजू पैकिंग के नाम पर रोजगार देने की पेशकश करने वाली इस समिति पर सवाल खड़े हो रहे हैं। रोजगार के बहाने दस्तावेज जुटाने और पैसे की मांग करने जैसे मामलों में फर्जीवाड़ा होने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में जिला प्रशासन ने जनता को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि के खिलाफ सजग रहने की सलाह दी है।
प्रशासन की अपील
इस घटना के बाद रांची जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों को सतर्क रहने की अपील की है और रोजगार के नाम पर किसी भी तरह की ठगी से बचने के लिए सजग रहने की जरूरत पर जोर दिया है। प्रशासन ने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस मामले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
निष्कर्ष
काजू पैकिंग के नाम पर रोजगार देने की इस संदिग्ध गतिविधि ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि लोग बिना जांच-परख के किसी भी संगठन पर भरोसा क्यों कर लेते हैं। प्रशासन का सख्त रवैया इस मामले में भरोसे का संकेत देता है, लेकिन इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि नागरिकों को भी अपने स्तर पर सतर्क रहना होगा।